Hare Rama Hare Krishna

Shivoham Mantra

Shivoham Mantra / शिवोऽहम् || हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे || || हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे || ॐ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ । निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा ॥ ||शिवोऽहम् ,शिवोऽहम् ,शिवोऽहम् शिवोऽहम् || मनोबुद्धयहंकारचित्तानि नाहम् न च श्रोत्र जिह्वे न च घ्राण नेत्रे, न च व्योम भूमिर्न तेजॊ न वायु: चिदानन्द रूप: शिवोऽहम् शिवोऽहम् ॥1॥ ||शिवोऽहम् ,शिवोऽहम् ,शिवोऽहम् शिवोऽहम् ||   न च प्राण संज्ञो न वै पञ्चवायु: न वा सप्तधातुर्न वा पञ्चकोश:, न वाक्पाणिपादौ  न चोपस्थपायू चिदानन्द रूप:शिवोऽहम् शिवोऽहम् ॥2॥ ||शिवोऽहम् ,शिवोऽहम् ,शिवोऽहम् शिवोऽहम् ||   न मे द्वेष रागौ न मे लोभ मोहौ मदो नैव मे नैव मात्सर्य भाव:, न धर्मो न चार्थो न कामो ना मोक्ष: चिदानन्द रूप: शिवोऽहम् शिवोऽहम् ॥3॥ ||शिवोऽहम् ,शिवोऽहम् ,शिवोऽहम् शिवोऽहम् || न पुण्यं न पापं न सौख्यं न दु:खम् न मन्त्रो न तीर्थं न वेदार् न यज्ञा:, अहं भोजनं नैव भोज्यं न भोक्ता चिदानन्द रूप:शिवोऽहम् शिवोऽहम् ॥4॥ ||शिवोऽहम् ,शिवोऽहम् […]

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